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 14 Year Mumbai Boy Commit Suicide To Complete The Online Game Blue Whale Challenge

क्या कोई इंटरनेट गेम किसी की जान ले सकता है? अभी तक तो लगता था कि ऐसा नहीं हो सकता, लेकिन जब से ब्लू वेल (Blue Whale) नाम का गेम आया है, इसने दुनियाभर में 250 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. इनमें अकेले रूस में 130 से ज्यादा मौतें हुई हैं. इसके अलावा पाकिस्तान और अमेरिका समेत 19 देशों में इस गेम की वजह से खुदकुशी के कई मामले सामने आए हैं.


अब इन जान गंवाने वाले लोगों की लिस्ट में अपने देश का भी नाम शामिल हो गया है. 30 जुलाई को मुंबई में जिस 14 साल के लड़के ने सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी, बताया जा रहा है कि वो ब्लू वेल गेम खेल रहा था. इस गेम की आखिरी स्टेज में प्लेयर को खुदकुशी करने के लिए कहा जाता है और उस लड़के ने खुदकुशी कर ली. इंडिया में अभी इस तरह का कोई और मामला नहीं आया है.


पायलट बनना चाहता था, गेम खेलने में जान गंवा दी

14 Year Mumbai Boy Commit Suicide To Complete The Online Game Blue Whale Challenge
14 साल के बच्चे ने सातवीं मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक अंधेरी ईस्ट का रहने वाला मनप्रीत साहस 9वीं क्लास में पढ़ता था. शनिवार को उसने सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी. घर में वो अपने मम्मी-पापा और दो बड़ी बहनों के साथ रहता था. उसका सपना पायलट बनने का था और ट्रेनिंग के लिए रूस जाना चाहता था. जिस ब्लू वेल गेम को खेलते हुए उसने जान गंवाई, वो रूस में ही बनाया गया है.


इंटरनेट पर खोजा था छत से कूदने का तरीका

सुसाइड केस की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मनप्रीत ने छलांग लगाने से पहले इंटरनेट पर सर्च किया था कि छत से छलांग कैसे लगाई जाती है. मनप्रीत ने शुक्रवार को ही दोस्तों को बता दिया था कि वो सोमवार को स्कूल नहीं आएगा. 


शनिवार को छलांग लगाने से पहले मनप्रीत ने करीब 20 मिनट तक घर की छत पर बैठकर अपने दोस्तों से बात की. मनप्रीत ने गेम के आखिरी टास्क को लेकर छत से छलांग लगाने का भी जिक्र किया. उसने चैटिंग में लिखा कि अब आप लोग मुझे सिर्फ तस्वीरों में ही देखोगे, लेकिन किसी ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया. बाद में पता चला कि उसने खुदकुशी कर ली.


पड़ोसी ने कहा था, ‘नीचे उतरो’

जांच टीम में शामिल एक अफसर के मुताबिक मनप्रीत जब छलांग लगाने के लिए टेरेस पर गया था, तो दूसरी बिल्डिंग के एक शख्स ने उसे देख लिया था. उसने मनप्रीत से नीचे उतरने के लिए भी कहा था. पुलिस अधिकारी के मुताबिक मनप्रीत ने इस बात का जिक्र गेम के एडमिन से भी किया था, लेकिन एडमिन उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाने में सफल रहा.


50 स्टेज में पूरा होता है गेम

द ब्लू वेल गेम को 2013 में रूस से फिलिप बुडेकिन ने बनाया था. इस खेल में एक एडमिन होता है, जो खेलने वाले को अगले 50 दिन तक बताते रहता है कि उसे आगे क्या करना है. अंतिम दिन खेलने वाले को खुदकुशी करनी होती है और उससे पहले एक सेल्फी लेकर अपलोड करनी होती है.
अजीबो-गरीब होते हैं टास्क


blue whale challenge
आत्महत्या के लिए छत से कूदने के लिए कहा जाता है.

 
गेम खेलने वाले को हर दिन एक कोड नंबर दिया जाता है, जो हॉरर से जुड़ा होता है. इसमें हाथ पर ब्लेड से F57 लिखकर इसकी फोटो अपलोड करने के लिए कहा जाता है. इसके अलावा हर रोज के खेल के लिए एक कोड होता है, जो सुबह चार बजे ही ओपन हो सकता है. 


इस गेम का एडमिन स्काइप के जरिए गेम खेलने वाले से बात करता रहता है. हर टास्क के पूरा होने पर हाथ में एक कट लगाने के लिए कहा जाता है और उसकी फोटो अपलोड करने को कहा जाता है. गेम का विनर उसे ही घोषित किया जाता है, जो अंतिम दिन जान दे देता है.


गेम छोड़ने पर मिलती है धमकी

अगर किसी ने एक बार गेम खेलना शुरू कर दिया, तो वो इसे बीच में नहीं छोड़ सकता. एक बार गेम शुरू हो जाने पर गेम खेलने वाले का फोन एडमिन हैक कर लेता है और फोन की सारी डिटेल उसके कब्जे में आ जाती है. अगर कोई बीच में गेम छोड़ना चाहे, तो एडमिन की तरफ से धमकी मिलती रहती है कि उसे या फिर उसके माता-पिता को जान से मार दिया जाएगा.


जेल में है गेम बनाने वाला

यह गेम 2013 में रूस में बना था, लेकिन सुसाइड का पहला मामला 2015 में आया था. इसके बाद गेम बनाने वाले फिलिप को जेल भेज दिया गया. जेल जाने के दौरान अपनी सफाई में फिलिप ने कहा था कि ये गेम समाज की सफाई के लिए है. जिन लोगों ने भी गेम की वजह से आत्महत्या की, वो बॉयोलॉजिकल वेस्ट थे.


ब्रिटेन में लॉन्च होने वाला है गेम

250 से अधिक मौतों के बाद भी इस गेम को दुनिया के किसी भी देश में बैन नहीं किया गया है. ये अभी तक ब्रिटेन में लॉन्च नहीं हुआ है, लेकिन अब वहां भी इसे लॉन्च करने की तैयारी चल रही है. ब्रिटिश वेबसाइट metro.co.uk के मुताबिक बेसिलडोन के वुडलैंड्स स्कूल के प्रिंसिपल डेविड राइट ने बच्चों के माता-पिता को आगाह करते हुए एक पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा कि पुलिस की मदद से उन्होंने एक गेम का पता लगाया है, जिससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. यह ब्लू वेल नाम का गेम है, जो कई सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर खेला जाता है. इसमें खेलने वाले को आखिरी दिन जान देकर गेम जीतना होता है.


पोकेमॉन गो ने भी मचाया था हंगामा


pokemon go
2016 में पोकेमॉन गो बच्चों के साथ बड़ों में भी पॉपुलर हुआ था

पिछले साल गेम्स की दुनिया में पोकेमॉन गो ने हंगामा मचाया था. ये जानलेवा भले नहीं था, लेकिन बहुत सारे लोग काम-धाम छोड़कर पोकेमॉन पकड़ने के लिए निकल जाते थे. हालांकि, कुछ महीनों बाद इसके क्रेज में कमी आ गई है. भारत में अब भी ये गेम आधिकारिक तौर पर लॉन्च नहीं हुआ है.




सोर्स:लल्लनटॉप.कॉम
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हिमानी बहुगुणा


हिमानी बहुगुणा

चंडीगढ़ के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला छात्र जो कि एक एवरेज स्टूडेंट रहा हो अब वह गूगल में नौकरी करने जा रहा है और हर महीने उसकी तनख्वाह 12 लाख रुपए होगी। हम बात कर रहे हैं सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंड्री स्कूल से अभी आईटी स्ट्रीम से बारहवीं करने वाले हर्षित शर्मा की। 


हर्षित अपनी इस कामयाबी पर काफी खुश है लेकिन उसे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि उसके जैसे एक एवरेज छात्र को गूगल में नौकरी मिली है। हर्षित ने कहा कि मैं बता नहीं सकता कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं। मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे मेरा सपना पूरा हो गया है। मेरी मेहनत रंग लाई है।


फिलहाल शुरुआत में एक साल हर्षित को ट्रेनिंग पर रखा जाएगा और उसके लिए उसे हर महीना 4 लाख रुपए सैलरी दी जाएगी। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद हर्षित को हर महीने 12 लाख रुपए सैलरी मिलेगी। गूगल द्वारा हर्षित को ग्राफिक डिज़ाइनर के तौर पर नियुक्त किया गया है।


 चंडीगढ़ न्यूज़लाइन से अपनी इस कामयाबी की बात करते हुए हर्षित ने कहा कि जब वह दस साल का था तब से ही उसका झुकाव ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखने की तरफ हो गया था। इसके बाद उसने निर्णय किया कि वह गूगल में नौकरी करेगा और तब से ही उसने अपने सपने को सच करने के लिए मेहनत करना शुरु कर दिया। हर्षित शर्मा ने गुप्त रूप से अपने एक अंकल से ग्राफिक डिज़ाइनिंग की ट्रेनिंग लेने लगा। हर्षित 7 अगस्त को गूगल में ट्रेनिंग करने के लिए कैलिफोर्निया जाएगा।



हर्षित ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे गूगल द्वारा चुना जाएगा। मैंने अपने अंकल रोहित शर्मा से ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखना शुरु किया था। धीरे-धीरे यह मेरा जुनून बन गया और फिर मैं गूगल में नौकरी पाने का सपना देखने लगा। आज मुझे जो भी कुछ मिला है वो केवल मेरे अंकल की वजह से मिला है क्योंकि मैंने कभी भी ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखने के लिए किसी इंस्टीट्यूट में दाखिला नहीं लिया जो कुछ भी सीखा अपने अंकल से सीखा है। वहीं हर्षित के गूगल में जाने से खुश उसके स्कूल के प्रिंसीपल इंद्र बेनीवाल ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं और मुझे हर्षित पर काफी गर्व है।




सोर्स:जनसत्ता
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 kapil sharma

आजकल कपिल शर्मा के सितारे गर्दिश में है. सुनील ग्रोवर और कपिल का मामला खत्म नहीं हुआ था कि एक और मामला सामने आया है. इस बार कीकू और भारती के भिड़ने की खबर आई है.


दरअसल उनके शो के दो स्टार्स आपस में भिड़ गए हैं. कीकू शारदा और भारती सिंह के बीच कोल्ड वार होने की खबरें सामने आ रही हैं. दोनों ही एक्टर्स कॉमेडी सर्कस में साथ में परफॉर्म किया करते थे.


 भारती के साथ हुए मनमुटाव के बाद कीकू ने शो छोड़ दिया था. हालांकि भारती और कीकू ने इन खबरों को महज अफवाह करार दिया है. रिपोर्ट्स की मानें तो कीकू और भारती शो में एक दूसरे साथ कम्फर्टेबल नहीं हैं और दोनों के बीच खटपट चल रही है. 

 
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया से लौटते वक्त विमान में हुई लड़ाई के बाद जब सुनील ग्रोवर, अली असगर और सुगंधा मिश्रा जैसे कलाकारों ने कपिल से किनारा किया तो भी कीकू कपिल के साथ खड़े रहे हैं और अपने जोक्स से दर्शकों का मनोरंजन करते रहे.


कुछ समय पहले खबर आई थी कि भारती सिंह को 'द कपिल शर्मा शो' में अपना एंट्री सीन नहीं पसंद आया और इसीलिए वो बिना शूट किए सेट से चली गई थीं. 


लेकिन इन खबरों का खंडन करते हुए भारती ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कपिल शर्मा संग तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, किसने कहा कि मैं 'द कपिल शर्मा शो' के लिए शूट नहीं कर रही हूं. 


खबर थी कि भारती के बॉयफ्रेंड हर्ष की सहमति के बाद ही इस सीन को तय किया गया था. लेकिन भारती को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया और वह इसे सिरे से बदलना चाहती हैं. यह बात उन्होंने खुले तौर पर कपिल शर्मा की टीम को कह दी है.


हालांकि इस मुद्दे पर भारती को मनाने की काफी कोशिश की गई लेकिन भारती ने किसी की नहीं सुनी और उन्होंने शूट कैंसल कर दिया.



सोर्स:आजतक

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missile man Dr.APJ Abdul Kalam inspiration to young scientist


भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की बदौलत भारत आज परमाणु महाशक्ति बन गया है। पहले परमाणु परीक्षण से लेकर मिसाइल टेक्नोलॉजी के जनक डॉ. कलाम अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन आज भी उनके दिखाए रास्ते पर चलकर दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल बनाने में जुटे हैं


missile 


दरअसल, भारतीय वैज्ञानिक एक ऐसी मिसाइल पर काम कर रहे हैं, जो भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र की तरह अपने लक्ष्य को भेदकर वापस आ जाएगी। भारतीय वैज्ञानिकों को कई मायनों में सफलता भी मिल चुकी है। 

missile 


बता दें कि इस बेहतरीन मिसाइल को तैयार करने का श्रेय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को दिया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति के पुराने नोट्स इस मिसाइल के निर्माण में काफी मदद कर रहे हैं।


वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो ब्रम्होस सीरीज की आने वाली मिसाइलें लक्ष्य भेदकर वापस लौटने वाली दुनिया की पहली मिसाइल बन जाएगी। आपको बता दें कि भारत के पास अभी तक सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली अग्नि-5 की मारक क्षमता 6000 किमी है, यानी इसकी जद में आधी दुनिया है। 

brahmos missile 


ब्रह्मोस एरोस्पेस के सीईओ के अनुसार, पूरी दुनिया के पास अभी तक ऐसी मिसाइलें हैं, जो लक्ष्य भेदने के साथ वहीं पर समाप्त हो जाती हैं। लेकिन हम ठीक वैसी मिसाइल बना रहे हैं, जैसे सुदर्शन चक्र दुश्मन पर वार कर वापस लौट आता था।




सोर्स:लाइव इंडिया

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 At Reliance AGM, Mukesh launches JioPhone which is effectively free

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ पचास तरह के काम करती है. लेकिन फिलहाल रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का सबसे जाना-पहचाना इंट्रो यही है कि वो जियो की मालिक है. तो जब रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के मालिक मुकेश अंबानी कंपनी की सालाना जनरल बॉडी मीटिंग में बोलने खड़े हुए, पब्लिक कान की फ्रीक्वेंसी ‘जियो’ शब्द सेट कर के सुनने लगी.


अंबानी ने भी निराश नहीं किया. डाटा खपा-खपा कर अघा चुके लोगों के लिए उनका नया वरदान था, JioPhone. अब तक जीयो की Volte सर्विस के लिए आपके पास एक स्मार्ट फोन होना ज़रूरी था. JioPhone एक फीचर फोन होगा. आम भाषा में सादा फोन. जैसा स्मार्ट फोन के आने से पहले एक ज़माने में मोबाइल हुआ करता था.


इससे पहले आप चप्पल झाड़कर लाइन में लगने के लिए तैयार हों, जान लीजिए कि JioPhone है क्या बलाः

# JioPhone सितंबर से मिलना शुरू होगा. इसके लिए प्रीबुकिंग 24 अगस्त से शुरू हो जाएगी.


# जियो की तरह ही JioPhone भी फ्री ऑफर के साथ आता है. आपको फोन खरीदने के लिए 1500 रुपए सेक्योरिटी डिपॉज़िट के तौर पर देने है. कंपनी 3 साल बाद इसे वापस कर देगी.


# जियो फोन पर वॉइस कॉल हमेशा के लिए मुफ्त रहेंगे.


# JioPhone 153 रुपए में अनलिमिटिड डाटा का ऑफर आएगा.


# जियो फोन को आप टीवी से जोड़ पाएंगे. इसमें ऐसा जुगाड़ होगा कि स्मार्ट टीवी से भी जुड़ जाए और पुराने डिब्बा टीवी से भी.



सोर्स:लल्लनटॉप
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 here is the list of launched smartphones

स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों Kodak, Alcatel और Ziox ने मोबाइल बाजार में कई हैंडसेट्स तीन हैंडसेट्स लॉन्च किए गए हैं। फोटोग्राफी के शौकीन यूजर्स के लिए Kodak ने Ektra स्मार्टफोन लॉन्च किया है। इस स्मार्टफोन की कीमत 19,990 रुपये है। इसकी बिक्री ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर शुरु हो गई है। 


तो वहीं, Alcatel ने Idol 4 Pro पेश किया है जिसकी कीमत 419.99 ग्रेट ब्रिटेन पाउंड यानि करीब 35,000 रुपये है। इसके अलावा Ziox ने S333 Wi-Fi मार्किट में उतारा है। इसकी कीमत 1,993 रुपये है।


Kodak Ektra की खासियत:

Kodak Ektra 

इसे खासतौर से फोटोग्राफर्स के लिए ही बनाया गया है। इसमें 21 मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया गया है। इसका रियर कैमरा फास्ट-फोकस कैमरा सेंसर, f/2.0 अपर्चर और ड्यूल एलईडी फ्लैश से लैस है। साथ ही इसमें 13 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है जो PDAF और f/2.2 अपर्चर से लैस है। इसका कैमरा DSLR जैसे सीन सेलेक्शन डायल के साथ आता है। 


इसमें कस्टमाइज्ड कैमरा एप दी गई है। इसमें यूजर्स को सीन सेलेक्शन डायल के दौरान रीयल टाइम सेटिंग्स का मौका मिलता है। इसमें HDR, लैंडस्केप, पोट्रेट, मैक्रो, स्पोर्ट, नाइट टाइम और पैनोरामा आदि शामिल हैं।

अन्य फीचर्स:

इसमें 5 इंच का फुल एचडी डिस्प्ले दिया गया है। यह फोन 2.3 गीगाहर्ट्ज हेलियो एक्स20 डेकाकोर प्रोसेसर और 3 जीबी रैम से लैस है। इसमें 32 जीबी की इंटरनल मैमोरी दी गई है। फोन को पावर देने के लिए इसमें 3000 एमएएच की बैटरी दी गई है।


Alcatel Idol 4 Pro के फीचर्स:

Alcatel Idol 4 Pro  

इसमें 5.5 इंच का फुल एचडी एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है। यह फोन स्नैपड्रैगन 820 क्वाड-कोर चिपसेट और 4 जीबी रैम से लैस है। इसमें 64 जीबी की इंटरनल स्टोरेज दी गई है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 512 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। 


यह फोन विंडोज 10 पर आधारित है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 21 मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया गया है जो टच फोकस और ड्यूल एलईडी फ्लैश से लैस है। साथ ही 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है जो रियल-टाइम फेस ब्यूटिफिकेशन और एलईडी फ्लैश से लैस है।


बैटरी और कनेक्टिविटी:

फोन को पावर देने के लिए इसमें 3000 एमएएच की बैटरी दी गई है। कंपनी ने दावा किया है कि यह बैटरी क्विक चार्ज 2.0 तकनीक से लैस है। इसकी बैटरी 95 मिनट में फुल चार्ज हो जाती है। 


यह 20 घंटे तक का टॉक टाइम और 420 घंटे तक का स्टैंडबाय टाइम देने में सक्षम है। कनेक्टिविटी के लिए इसमें 4जी एलटीई (कैट 6.), वाई-फाई 802.11 ए/बी/जी/एन/एसी, वाई-फाई डायरेक्ट, एनएफसी, ब्लूटूथ 4.1, जीपीएस और यूएसबी टाइप-सी पोर्ट (ओटीजी सपोर्ट) जैसे फीचर्स दिए गए हैं।


Ziox S333 Wi-Fi:

Ziox S333 Wi-Fi: 

यह फोन वाई-फाई फीचर से लैस है। भारतीय मार्किट में इसकी कीमत 1,993 रुपये है। इसमें 2.4 इंच का डिस्प्ले दिया गया है। इसमें 1750 एमएएच की बैटरी दी गई है। इसमें 32 जीबी के माइक्रोएसडी कार्ड से इंटरनेट मैमोरी को बढ़ाया जा सकता है। इस फोन में कई भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है। साथ ही इसमें एफएम रेडियो रिकॉर्डिंग फीचर भी दिया गया है।




सोर्स:जागरण.कॉम
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 india china tension modi govt to constructing 73 roads along china border

भारत और चीन के बीच लगातार तल्खियां बढ़ती जा रही हैं. सीमा पर हरकतें करने के साथ चीन और वहां की मीडिया भारत पर दबाव बनाने के लिए लगातार प्रोपेगेंडा भी कर रहा है. ऐसे में हर भारतीय के जेहन में सवाल उठना लाजमी है कि क्या भारत सरकार चीन को नियंत्रित करने के लिए क्या कर रहा है? 


हाल के दिनों के रक्षा और गृह मंत्रालय के हवाले से मीडिया में छपी खबरों पर गौर करेंगे तो पता चलता है कि भारत सरकार कई ऐसे काम कर रही है, जिससे चीन अपनी हदें न पार कर सके. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दुनिया की दूसरे ताकतवर देशों को अपने साथ खड़े करने में लगे हैं, ताकि कूटनीतिक तरीके से चीन पर दबाव बनाया जा सके. दूसरी तरफ भारत सरकार चीन से सटे इलाकों में कई तैयारियां भी कर रही हैं. आइए उन तैयारियों पर एक नजर डालते हैं.



चीन को उसी के प्लान से मात देने की तैयारी

चीन की लगातार कोशिश रही है कि वह बॉर्डर इलाके में इतनी सुविधाएं बना ले ताकि उसके जवान भारत की सीमा तक आसानी से पहुंच सकें. इसके लिए वह लगातार सीमावर्ती इलाकों में सड़क निर्माण करवा रहा है. पिछले कुछ समय से चीन चुंबी घाटी में सड़कें बनाने में जुटा है. उसी को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया.


 इसी बात को वह पचा नहीं पा रहा है. चीन जिस जगह सड़के बनाने पर अड़ा हुआ है, वह मैक मोहन लाइन के मुताबिक भारत के क्षेत्र में पड़ता है, पर चीन 1914 के इस समझौते को मानता ही नहीं और उसे अपना हिस्सा बताता है.




चीन के इसी तरीके को अपनाते हुए भारत ने भी उसे जवाब देने का फैसला किया है. भारत सरकार अब चीन सीमा के आसपास 73 सड़कें बनवाने जा रही है. पहले भारत की रणनीति थी कि अगर बॉर्डर इलाके वीरान होंगे तो युद्ध जैसे हालात बनने पर चीनी सेना को भारतीय सीमा में घुसने में मुश्किलें होंगी. 


वहीं चीन ठीक इससे उलट बॉर्डर इलाकों में जानबूझकर सड़कें बनवाता रहा. भारत ने उसकी रणनीति को भांपते हुए सड़कें बनवाने का फैसला किया है, ताकि युद्ध की दशा में इन सड़कों के माध्‍यम से आसानी से आवागमन हो सके. गृह राज्‍यमंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को लोकसभा में इस बात की जानकारी दी.




रक्षा मंत्रालय के खर्चे से बनेंगी 46 सड़कें

किरण रिजिजू ने बताया है कि चीन के बॉर्डर इलाकों में रक्षा मंत्रालय के खर्च से 46 सड़कों का निर्माण कराया जाएगा. वहीं 27 सड़कों का निर्माण गृह मंत्रालय करवाएगा. किरण रिजिजू ने अपने जवाब में कहा कि 30 सड़कों का निर्माण लगभग-लगभग पूरा भी हो चुका है.




पांच साल पहले ही बन जानी थीं सड़कें

इन 73 सड़कों का निर्माण साल 2012-13 तक हो जाना था. निर्माण में हुई देरी पर किरण रिजिजू ने बताया कि ये इलाके काफी ऊंचाई पर हैं. साथ ही यहां बीहड़, कठिन इलाके और प्राकृतिक आपदाओं के चलते भूमि अधिग्रहण को लेकर खासा परेशान सामने आ रही थी. उन्‍होंने बताया कि सैन्‍य अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है.



मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत और चीन की सीमा की लंबाई 3,488 किलोमीटर है. इसका 220 किलोमीटर लंबा खंड सिक्किम में आता है. पिछले दिनों चीनी और पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय फौजियों पर हमले का भ्रम फैला रहा है.



सोर्स:NDTV
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