Real Truth how that day titanic sank
RMS टाइटेनिक साल 1912 में काफी जद्दोजहद के बाद समंदर में समा गया था. डूबने से पहले वो एक बर्फ की चट्टान से टकरा गया था और उसके बाद संभलने का कोई मौका नहीं रहा
कैसे बना दुनिया का सबसे बड़ा जहाज़?
> जहाज़ की लंबाई 291.5 मीटर थी, जो उस दौर का सबसे बड़ा शिप था
> इसमें एक दिन में करीब 825 टन कोयला इस्तेमाल होता था और वो 100 टन राख हर रोज़ निकालता था
> उस वक़्त टाइटेनिक को बनाने में करीब 75,00,000 डॉलर का खर्च आया था
टाइटेनिक का खान-पान?
> हर रोज़ 14,000 गैलन पीने का पानी जहाज़ पर इस्तेमाल होता था
> 40,000 अंडे रोज़ खर्च होते थे
> 1500 गैलन दूध लग जाता था
> 20,000 बीयर और 1,500 वाइन बॉटल ऑन-बोर्ड थीं
> अन्य चीज़ों के अलावा 8,000 सिगार भी इस्तेमाल होते थे
कयामत की वो रात...
> 16 लाइफ बोट इस्तेमाल करने में करीब 80 मिनट लग गए. पहली लाइफ बोट में सिर्फ 28 लोग बैठे, क्योंकि बाकी लोगों को लगा ही नहीं कि जहाज़ डूब सकता है
> लाइफ बोट में 472 से ज़्यादा लोग आ सकते थे
बचने वाले?
> दो कुत्तों के अलावा 706 मुसाफिरों को बचाया जा सके
> 1500 से ज़्यादा लोग मारे गए
बर्फ की चट्टान की कहानी?
> टाइटेनिक को उस चट्टान से टकराने से पहले छह चेतावनी मिली थीं
> टाइटेनिक जब डूबा, तो वो अपने सफर के चौथे दिन में था. ज़मीन से करीब 640 किलोमीटर दूर
> बर्फ की चट्टान दिखने और जहाज़ के उससे टकराने के बीच सिर्फ 30 सेकेंड का फासला था
> जहाज़ को डूबने में 2 घंटे और 40 मिनट लगे
सोर्स:न्यूज़ फ़्लिक्स
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