ब्रांड! पोस्टर! विज्ञापन! सब चाहिए किसी भी प्रोडक्ट को चलने के लिए. मार्केट में प्रोडक्ट न हो तो चलेगा, लेकिन विज्ञापन न हुआ तो कुछ नहीं चलेगा. क्या है कि एक बड़े सयाने शख्स ने कहीं धीरे से कह दिया था, “भइय्ये, जो दिखता है वो ही बिकता है.” हमने उसी दिन ये बात गांठ बांध ली.
अब आते हैं बड़े-बड़े ब्रांड्स पर. वो जो हमें बिलबोर्ड्स पर दिखते हैं. वो जिनके ऐड्स बड़े-बड़े हीरो-हिरोइन करते हैं. ऐसे हर ब्रांड का अपना लोगो होता है. उसके डिज़ाइन पर लाखों-करोड़ों खर्च होते हैं. लोगो कभी भी हलके में नहीं बनते. उन्हें एक सोची समझी साजिश के तहत बनाया जाता है. अक्सर, लोगो के अन्दर एक छुपी हुई बात भी होती है. कभी दिख जाती है कभी देखने के लिए मदद लेनी पड़ती है. चिंता मत करें, हम यहां आपकी मदद के लिए ही हैं.
1. बास्किन रॉबिन्स
गुलाबी में जो भी डिज़ाइन बनी है उसको देखो. 31 लिखा दिख रहा है? है न? है न? हां तो बस. वही है. 31. बास्किन रॉबिन्स 31 फ्लेवर्स में आइस क्रीम सर्व करता है. साथ ही बीच में लिखे अंग्रेज़ी के 2 अक्षर B और R बास्किन रॉबिन्स के लिए शॉर्ट फॉर्म है.
2. फ़ेडएक्स
फ़ेड एक्स. यानी कूरियर कंपनी. सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाती है. अब इसके E और x के बीच में गौर से देखिये. एक तीर जैसा दिख रहा होगा? है न? है न? बस. वही है. ऐरो है. वो दिखाता है, कंपनी की स्पीड और उनकी आगे सोचने की आदत.
3. टूर डि फ़्रांस
टूर डि फ्रांस. दुनिया की साइकिल की सबसे बड़ी और सबसे कठिन रेस. पूरे फ़्रांस का चक्कर. सिर्फ साइकिल पे. इसका अपना एक लोगो है. इसके नारंगी सूरज को देखिये. अब उसे सूरज छोड़ एक साइकिल का पहिया मान लीजिए. पीछे Tour के O को साइकिल का पिछला पहिया मान लीजिये. और Tour के ही R को साइक्लिस्ट मान लीजिये. एक साइक्लिस्ट साइकिल चलता हुआ दिख रहा है न? है न? बस. यही है.
4. फ़ॉर्मूला 1 रेस
फ़ॉर्मूला 1 रेस. इसपे एफ़ दिखता है. और साथ ही एक लाल झंडा सा दिखता है, जो इस खेल की स्पीड को दिखा रहा होता है. लेकिन फिर 1 कहां होता है? आप उस लाल झंडे और काले एफ़ के बीच में देखिये. 1 दिखेगा.
5. गुडविल
अमरीकी नॉन-प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन. इसके लोगो में ऊपर कोने में एक मुस्कुराता चेहरा दिखता है. अब नीचे देखिये. goodwill के g को देखिये. ये वही चेहरा है जो अभी आप ऊपर देख रहे थे.
6. गूगल
गूगल के बारे में बताना निहायती गैर ज़रूरी है. लोगो में पहले चार अक्षरों में चार प्राइमरी कलर्स हैं. पांचवां अक्षर सेकंड्री कलर है. ये पैटर्न को तोड़ता है. इसके पीछे गूगल का ये मकसद था कि वो दुनिया को ये बताये कि गूगल नियमों का अंधी तरह से पालन करने से ज़्यादा उनके इतर काम करने में यकीन रखती है. साथ ही ये सभी शांत रंग हैं, इससे लोगो हल्का और शांत नज़र आता है.
7. द गिल्ड ऑफ़ फ़ूड राइटर्स
8. सोनी वायो
सोनी वायो. लैपटॉप वाली कंपनी. इसके लोगो को समझने के लिए इलेक्ट्रिक सिग्नल्स को दिखाने की जानकारी होनी ज़रूरी है. VAIO के VA में ऐनेलॉग सिग्नल और IO में डिजिटल सिग्नल को दिखाया गया है. डिजिटल में सब कुछ 1 और 0 के रूप में लिखा जाता है.
9. अमेज़न डॉट कॉम
अमेज़न. यानी वही साइट जहां कम्प्यूटर या मोबाइल से सामान खरीदा जाता है. आप क्लिक करिए, सामान ऑर्डर करिए, लेकर आ जायेगा. उसका लोगो है. सीधा सा नाम लिखा है – amazon. अब इसमें एक पेच है. पेच तीर है. तीर है जो amazon के a से निकलता है और z तक जाता है. है न? है न? बस. यही तो है. ए टू ज़ेड सामान मिलता है भाईसाब अमेज़न पर. और यही है इस तीर का पेच.
10. रिलायंस जियो
रिलायंस जियो. 4G नेटवर्क. नया-नया, गरमा-गर्म, सबसे ताज़ा लोगो. इसके बारे में जब मुकेश अम्बानी बात कर रहे थे तो कह रहे थे कि “For Reliance… data is the new oil, and intelligent data is the new petrol…” तो हम लेके आये हैं रिलायंस जियो का वो चेहरा जो बाकी मीडिया आपको नहीं दिखायेगा. इस लाइन को पूरी तरह से इग्नोर कर दो. खैर, नीचे देखिये, जियो में कितना तेल है:
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सोर्स:लल्लनटॉप
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