पाकिस्तान की जेल में बरसों काटने के बाद भी भारत के सरबजीत को ज़िंदा स्वदेश लौटना नसीब नहीं हो पाया था। अब पाकिस्तान की जेल में बंद एक और भारतीय ने अपनी मां को मार्मिक खत लिखा है। सुनील को जेल में उत्तर प्रदेश के 25-30 लोगों के साथ रखा गया है।
मध्य प्रदेश के बालाघाट में रहने वाली अपनी मां को पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय मछुआरे सुनील उइके ने खत में लिखा है कि हो सकता है ये मेरा आखिरी खत हो लेकिन आप मुझे खत लिखती रहना।
सुनील का दुर्भाग्य दो महीने पहले शुरू हुआ था जब वो गुजरात से लापता हो गया था। फिर अचानक एक दिन सुनील के चाचा को पाकिस्तान की मालिर जेल से एक खत मिला। सुनील ने चाचा को लिखा था कि वो उसकी मां को पाकिस्तान की जेल में बंद होने की बात बताएं। साथ ही ये भी कहें कि वो ज़्यादा चिंतित ना हों।
सुनील उन 55 मछुआरों में से एक है जिन्हें पाकिस्तान मरीन सिक्यॉरिटी एजेंसी (पीएमसीए) ने 29 मार्च को समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक खुफिया अधिकारी ने बताया कि सुनील 2015 में रोजगार की तलाश में गुजरात गया था। वह रौद्र राज नाम की एक नाव पर काम करता था, जो 14 मार्च को मछली पकड़ने के लिए ओखा बंदरगाह से रवाना हुई थी।
सुनील के परिजनों ने गुरुवार को बालाघाट पुलिस से मुलाकात की। पुलिस से उन्होंने सुनील का वोटर आईडी कार्ड और भारतीय नागरिक होने संबंधी अन्य सभी दस्तावेजों को सत्यापित कर पाकिस्तान को सौंपने के लिए कहा। उनके चाचा ने बालाघाट पुलिस को लिखे पत्र में कहा, 'सुनील अपने साथ वोटर आईडी रखे हुए था। उनके पास कोई आधार कार्ड नहीं है। पाकिस्तान उसे तब तक रिहा नहीं करेगा जब तक कि उसे सरकार से सत्यापित दस्तावेज नहीं मिल जाते। कृपया इस संबंध में हमारी सहायता करें।'
सोर्स:न्यूज़ २४
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