ओलंपिक में हिन्दुस्तान का दिन देर से आया। लेकिन आया। और ये सब कारनामे कर रहीं हैं। हमारे यहां की बेटियां। पहले साक्षी मालिक ने पहलवानी में कांस्य पदक जीता। अब आज हैदराबाद की पीवी सिंधु ने बैडमिंटन सिंगल्स में जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को सेमी फाईनल में हरा कर फाइनल में जगह बना ली है। इस बार ओलंपिक की खबरों को देख कर सचमुच लग रहा है। अब राखी भी बहनें ही बांधेंगी और तोहफ़े भी वही देंगी।
मैच क्या था और किससे?
ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु ने चीन की ‘व्हांग य्हान’ को हराया था। अब आज सिंधु का मैच जापान की नोज़ोमी ओकुहारा से था। जिसे सिंधु ने हराया नहीं वो क्या कहते हैं रेल दिया। दो सीधे सेटों में।
पहला सेट सिंधु ने 21-19 से जीता। लेकिन दूसरे सेट में सिंधु भयानक अटैकिंग मोड में थी। इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि जब दूसरे सेट का स्कोर 10-10 पर पहुंचा। मतलब सिंधु 10 पॉइंट पर जब पहुंची और जापान की ओकुहारा 10 पॉइंट पर थी। इसके बाद सिंधु ने ओकुहारा को एक पॉइंट का भी मौका नहीं दिया। और दूसरा सेट में यहां के बाद लगातार 11 पॉइंट निकाला। और फाइनल मैच अब सिंधु के स्वागत के लिए बैठा है।
अब फाइनल किससे और कब?
अब सिंधु का फाइनल मैच स्पेन की ‘कैरोलीना मरीन’ से है। जो कि अभी दुनिया की पहले नंबर की खिलाड़ी हैं। लेकिन सिंधु ने जो आज मैच दिखाया है, वो जुनून वो अटैक रोकना मुश्किल होगा। मैच कल शाम 7.30 बजे से है। अब सिंधु सिर्फ मेडल के लिए नहीं गोल्ड के लिए उतरेंगी।
ख़ास बात
पी वी सिंधु ओलंपिक के बैडमिंटन सिंगल्स के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय हो गई हैं। हार जीत तो छोड़ ही दो, इस खेल के फाइनल तक कोई पहुंच भी नहीं पाया था।
वही बात जो विरेन्द्र सेहवाग ने कही थी वही दुहरा रहा हूं, जब जब देश परेशानियों के बीच खड़ा रहा है तब-तब इस देश की मालकीन बेटियां ही हुई हैं। ओलंपिक में भी शायद अभी कुछ वैसा ही चल रहा है। कोई शक!
सोर्स:फिरकी
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