फोन का बिग डैडी वापस आ रहा है मार्केट में.
जी हां, नोकिया 3310 वापस आ रहा है. वही फोन जिसे बात करते हुए अंगुलियों में घुमाते रहते थे. आराम से किसी भी पैंट या टाइट जींस की जेब में आ जाता था. बात करते-करते अगर ये चौथे फ्लोर से नीचे गिर जाता तो आप पहले चाय पीने जाते थे. फिर आराम से नीचे आकर इसे बटोर लेते थे. कवर टिक के साथ लगते ही आप समझ जाते थे कि कोई दिक्कत नहीं.
साल 2000 में लॉन्च हुआ था ये फोन. स्नेक 1 और स्नेक 2 खेलते थे इसमें. इसी महीने के अंत में आ जाएगा. लगभग 4 हजार रुपये का फोन है ये. नये फीचर्स भी होंगे. क्लॉक, कैलकुलेटर और दस रिमाइंडर रहेंगे. चार गेम रहेंगे. और क्या चाहिए?
स्मार्टफोन से तो लोग ऊब ही रहे हैं. चारों तरफ लोग कह रहे हैं कि सामने कोई इंसान खड़ा भी हो तो लोग स्मार्टफोन में ही घुसे रहते हैं.
लोग आहें भरते हैं कि नोकिया 3310 था तो जमाना ऐसा नहीं था. बात करते थे लोग. जब सामने वाला बात नहीं सुनता था तो लोग 3310 चला के मार भी देते थे. कि ध्यान दे बात पर.
तो बिग डैडी आ रहे हैं बच्चों को बात करने के तरीके सिखाने. आईफोन और एंड्रायड फोन तो मार्केट में चल ही रहे हैं. पर 3310 के आने का मतलब ही कि सचिन मैदान पर उतर रहे हैं.
वो वाला नॉस्टैल्जिया है. चाहे आप कितने भी फोटो खींच लो आजकल के फोनों से, 3310 पर बात कर के खट से फोन काटने का अंदाज कुछ अलग ही था. एक हाथ से इस्तेमाल होता था फोन. बैटरी एक सप्ताह चल जाए. आजकल के फोन तो बस स्टाइल हैं. बैटरी दिन भर चार्ज में लगी रहती है.
उम्मीद है कि ये फोन भी उसी तरह बिकेगा.
सोर्स:लल्लनटॉप
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