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कुंडली में किसी भी प्रकार के शनि तथा राहू की युति होने पर आदमी को कई प्रकार के कष्ट उठाने पड़ते हैं। इन दोनों ग्रहों के संयुक्त अशुभ प्रभावों के चलते आदमी का गृहस्थ जीवन पूरी तरह बरबाद हो जाता है और वह कई तरह की बीमारियों के चंगुल में आ जाता है।



 वैदिक ज्योतिष तथा लाल किताब दोनों में ही शनि-राहू के इन क्रूर उपायों को दूर करने के आसान उपाय बताए गए हैं। आप भी इन उपायों को कर दोनों ग्रहों की पीड़ाओं से मुक्ति पा सकते हैं।



ये हैं वैदिक ज्योतिष के उपाय

(1) शनिदेव के सामने तिल के तेल का दीपक जलाएं। तेल से बने पकवानों का भोग लगाएं तथा लोहे की वस्तु उन्हें अर्पण करें।


(2) राहू के अशुभ प्रभाव दूर करने के लिए तिल्ली की मिठाईयां और तेल का दीपक जलाएं। शनि तथा राहू की धूप-दीप से आरती करें तथा उनसे अपने कष्ट हरने की प्रार्थना करें।


(3) किसी मंदिर में स्थित पीपल के पेड़ में गंगालजल चढ़ाकर पीपल की सात परिक्रमा करें। इसके बाद अगरबत्ती तथा तिल के तेल का दीपक जलाएं।

"गजेन्द्रमोक्ष स्तवन" का पाठ करें। इससे भी तुरंत लाभ मिलता है।



(4) शनि और राहू दोनों को दूर करने का सबसे आसान तरीका है हनुमानजी की आराधना।





 रोज सुबह हनुमानचालिसा पढ़ कर हनुमानजी को प्रसाद चढ़ाएं तथा सच्चे मन से अपने कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें। संभव हो तो मंगलवार तथा शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें।


(5) भगवान महादेव की आराधना भी समस्त ग्रहों की पीड़ाओं को हर लेती है। सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए "ऊँ नमः शिवाय" का जाप करें तथा पूरी श्रद्धा के साथ भगवान से अपनी समस्याओं को दूर करने की प्रार्थना करें।


लाल किताब के ये उपाय देंगे तुरंत राहत

(6) अगर समय तथा धन की कमी के चलते आप इन उपायों को नहीं कर पाएं तो सर्वोत्तम है कि शनिवार या रविवार के दिन किसी धार्मिक स्थल के बाहर बैठे भिखारियों को तेल में तली हुई चीजें जैसे समोसा, कचोरी, नमकीन या भुजिया यथाशक्ति दान करें। 


अगर ऐसा संभव नहीं हो तो किसी भिखारी को इन चीजों के निमित्त 11 रुपए दान कर दें। अगर ऐसा संभव नहीं हो तो किसी कुत्ते को भी खिलाया जा सकता है। इससे राहू और शनि का संकट तुरंत दूर होता है।


(7) भैरूंजी के मंदिर में लगातार 43 दिन तक रोज शाम को दाल की कचोरी चढ़ाएं तथा उनसे अपने कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें।



(8) लाल किताब में ज्योतिष में मजदूर तथा अपने अधीनस्थ काम करने वालों को भी राहू का प्रतिनिधि माना गया है। अगर राहू कष्ट दे रहा है तो अपने अधीनस्थ कर्मचारियों विशेषतौर पर सेवा करने वाले लोगों को कुछ खाने-पीने का सामान देना शुभ होता है।




सोर्स:पत्रिका.कॉम 
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