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इंडिया अंडर-19 टीम. आज कल बहुत बिज़ी है. इंग्लैंड के खिलाफ़ सीरीज़ चल रही है. मामला पूरे 30 दिन का है. टीम के साथ सपोर्ट स्टाफ भी है. और साथ में कोच श्रीमान राहुल द्रविड़ जी भी. 



इस पूरे मामले के बीच मसला ये है कि इनके पास पैसे नहीं हैं. इस टीम के हर मेंबर को जो दैनिक भत्ता मिलना चाहिए वो इन्हें नहीं मिल रहा. गनीमत ये है कि इन्हें रहने के लिए जगह मिली हुई है. वो भी बेहद महंगा होटल. लेकिन खाने के वांदे हैं.




इसकी वजह है कि बीसीसीआई में कोई भी ऐसा अफ़सर नहीं है जो इनको रिलीज़ किए गए पैसे के काग़ज़ों पर साइन कर सके. कोर्ट के आदेशों के बाद बीसीसीआई में आपाधापी मची हुई है. उसी चक्कर में ये मसला फंसा हुआ है. इसके साथ ही एक अकाउंट से एक हफ़्ते में मात्र 24,000 रुपये निकाले जा सकते हैं. कर्टसी प्रधानमंत्री जी. इस चक्कर में और दिक्कत है. 



हर खिलाड़ी को एक दिन का 6,800 रुपया मिलता है. जो उन्हें पिछले आधे महीने से नहीं मिला है. हालत ये है कि वो पैसा आपस में जोड़-जोड़ कर खाना खा रहे हैं. या फिर अपने घरवालों से मदद ले रहे हैं.



कोर्ट ने बीसीसीआई से अनुराग ठाकुर और ट्रेज़रर अजय शिर्के को बाहर कर दिया था. अब बीसीसीआई में सिर्फ जॉइंट सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी और ट्रेज़रर अनिरुद्ध चौधरी हैं. मगर अभी भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो रिलीज़ किए गए पैसों पर साइन कर सके. ये बात पहले ही अंडर-19 टीम और उससे जुड़े सभी लोगों को बता दी गई थी.



बीसीसीआई के एक अफ़सर ने बताया कि जैसे ही सीरीज़ खतम होगी, वो सीधे हर खिलाड़ी के हक़ के पैसे उसके अकाउंट में भेज देंगे. इसके साथ ही सभी सपोर्ट स्टाफ को भी पैसा पहुंच जाएगा.



एक क्रिकेटर ने नाम न बताने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम किसी तरह से मैनेज कर रहे हैं. हमारा ब्रेकफास्ट तो हमें होटल से फ्री में मिल जाता है. लंच हमें वो स्टेट क्रिकेट बोर्ड खिला देता है जहां हम खेल रहे होते हैं. दिक्कत आती है डिनर में. हमें इतने महंगे होटल में रखा गया है जहां एक सैंडविच भी 1500 रुपये में मिलता है. हम सभी के पास दिन भर थकने के बाद भी बाहर जाकर खाना खाने का जुगाड़ करने के सिवा और कोई ऑप्शन नहीं बचता है.




अब बताओ, आदमी बैठा महल में है और पापा-मम्मी को फ़ुनिया रहा है कि पैसा दे दो. पेट का सवाल है. ये है इंडियन कोर्ट और मोदी जी का कॉकटेल.




सोर्स:लल्लनटॉप 
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