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भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने वाले खिलाड़ी किसी स्टार से कम नहीं होते. वो क्या करते हैं, क्या खाते हैं. हर बात उनके फ़ैन्स जानना चाहते हैं. कई ऐसी भी बातें हैं, जो आज तक हम नहीं जान पाए.

 लेकिन क्रिकेट फैन होने के हक से आपको इन बातों का जानना ज़रूरी है. इसी से तो आप अपने स्टार के सबसे बड़े फ़ैन बनने के एक कदम नज़दीक पहुंच जाएंगे.

1.


आखिर ऐसा क्यों था, क्यों अज़हरुद्दीन के कॉलर हमेशा खड़े और हेल्मट का रंग सफेद होता था? इस सवाल का जवाब देते हैं हुए उन्होंने बताया की उन्हें गले पर धूप लगने से त्वचा की समस्या शुरू हो गई थी. इसके बाद उन्होंने अपने कॉलर खड़े रखने शुरू कर दिए और ये कब आदत बन गई पता ही नहीं चला.
वहीं अपना सफेद हेल्मेट उन्हें काफ़ी पसंद था. टेस्ट में इसे इस्तेमाल किया जाता था. फिर वन-डे में नीले रंग के हेल्मेट को पहनने का कोई नियम नहीं था, तो उन्होंने इसे पहनना शुरू कर दिया.

2. 


कपिल देव की आंखों में आंसू आ गए थे. वो भी एक Live इंटरव्यू के दौरान. इस इंटरव्यू में सवाल किया गया था कि क्या उन्होंने मैच फ़िक्सिंग कर के पैसे बनाए हैं. ये आरोप उनके साथी खिलाड़ी मनोज प्रभारकर ने उन पर लगाया था. 

इसका जवाब देने के दौरान कपिल भावुक हो गए थे. उनकी आंखों में आंसू आ गए. लेकिन इस सावल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि 'मै ऐसा करने से पहले आत्महत्या करना ज़्यादा पसंद करुंगा, मेरे सारे पैसे ले लो, क्योंकि मैं ऐसे घर से आता हूं, जहां पैसे से ज़्यादा बड़ी इज़्ज़त होती है'.

3.


शाहिद अफ़रीदी ने 16 साल की उम्र में ही सबसे तेज़ वन-डे शतक लगाने का रिकॉर्ड बना दिया था. 37 बॉल में 100 करने वाले अफ़रीदी ने ये कारनामा सचिन के बल्ले से कर दिखाया था. सचिन ने अपना एक बैट वकार यूनिस को दिया था.

 अफ़रीदी जब टीम में आए थे, तो उनकी माली हालत ठीक नहीं थी और उनके पास क्रिकेट किट भी नहीं थी. इस मैच में उन्हें बैटिंग के लिए बैट वकार ने दिया था और कहा था कि 'इस बैट से बैटिंग करो, ये सचिन तेंदुलकर का बैट है.'

4. 


अनिल कुंबले के इस कारनामे को कोई नहीं भूल सकता. टेस्ट की एक पारी में 10 विकेट अपने नाम करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज़ बने थे. विरोधी टीम थी पाकिस्तान. 

लेकिन हाल ही में वसीम अकरम ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वकार नहीं चाहते थे कि कुंबले को 10वां विकेट मिले. इसलिए उन्होंने अकरम को बोला कि क्यों न हम लोग रन आऊट हो जाएं. इससे अनिल कुंबले को 10 विकेट नहीं मिलेंगे. 

अकरम ने वकार को जवाब दिया कि अगर उसकी किस्मत में 10 विकेट लिखें हैं, तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता. लेकिन कुंबले मुझे आऊट नहीं कर पाएगा. लेकिन अगले ओवर में ही अकरम, कुंबले की गेंद पर आऊट हो गए.

5. 


सहवाग मैदान में जितने गम्भीर दिखते थे, वो होते नहीं थे. इसका उदाहरण है ये वाक्या. सहवाग, चेन्नई में 300 रन बना कर बैटिंग कर रहे थे. तभी उन्हें 'तू जाने ना' गाना याद आया. लेकिन आगे के बोल उन्हें याद नहीं आ रहे थे. 

उन्होंने पवेलियन की तरफ़ इशारा किया और 12th Man, इशांत शर्मा को मैदान में बुलाया और उनसे इस गाने के बोल पूछे, उन्हें भी बोल याद नहीं थे. सहवाग ने इशांत को सुन कर गाने के बोल बताने को कहा. अगले ओवर में एक बार फिर इशांत मैदान में आए और सहवाग को गाने के बोल बता कर गए.

6. 


श्रीलंका के खिलाफ़ भारतीय टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी. सबकी निगाहें सचिन पर थीं, लेकिन इस मैच में सचिन की हालत ख़राब थी. किसी गेंदबाज़ ने उन्हें परेशान नहीं किया था, बल्कि मैच के दौरान उनका पेट ख़राब था. उनकी तबियत इस कदर ख़राब थी कि उन्होंने बल्लेबाज़ी के दौरान अपने अंडरवियर में टिश्यू का इस्तेमाल किया हुआ था.

7. 


इस मैच को शायद ही कोई सचिन फ़ैन भूल सकता है. क्योंकि सचिन 194 पर नाबाद बल्लेबाज़ी कर रहे थे. हर कोई इंतज़ार कर रहा था सचिन के दोहरे शतक का. 

लेकिन तभी तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी की घोषणा कर दी. इस पर सचिन को भी काफ़ी गुस्सा आया. ड्रेसिंग रूम में सचिन ने राहुल द्रविड को उन्हें अकेला छोड़ देने को कहा था.

8. 

जी हां, देश का सबसे बड़ा वॉन्टेड अपराधी दाऊद भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम तक पहुंच गया था. 1987 में शारहजाह में मैच के दौरान दाऊद ने ड्रेसिंग रूम में आ कर कपिल देव को मैच फ़िक्स करने के लिए कहा था. इसके बदले उन्हें बड़ी कीमत और कार गिफ़्ट करने की भी बात कही गई थी. लेकिन कपिल ने उन्हें बाहर निकाल दिया था.

9. 


मैच के बाद भारतीय टीम ड्रेसिंग रूम में कई तरह के मज़ाक करती है, लेकिन एक बार मुर्गा बनाया गया था उस वक़्त टीम के कप्तान सौरव गांगुली को. 

पूरी टीम ने उन पर भेदभाव का आरोप लगाया था. ये पूरी साजिश युवराज की थी. मामला इतना बढ़ गया कि सौरव कप्तानी पद से इस्तीफ़ा देने जा रहे थे. तब राहुल द्रविड ने इस पूरे मज़ाक को खोला.

10.


नेटवेस्ट सीरीज़ के फ़ाइनल के दौरान भारतीय टीम मुश्किलों में दिख रही थी. सब की निगाहें सहवाग पर थीं. लेकिन एक गंदे शॉट खेलने की वजह से सहवाग आऊट हो गए. पिछले कई मैचों में सहवाग अपनी पारी में कुछ अजीब शॉट खेल कर आऊट हुए थे. 

इस बात पर तत्लाकीन कोच जॉन राइट्स ने उन्हें समझाया था. लेकिन उस दिन जॉन का पारा बहुत चढ़ गया और जॉन ने सहवाग का कॉलर पकड़ लिया था.

11.



1996 में इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम का हिस्सा थे गांगुली और सिद्धू. दोंनो मैच के बाद मिली छुट्टी में लंदन घूमने निकले. ये दोनों एक पब में जा कर बैठे. उनके ठीक पीछे 2 लड़के और तीन लड़कियां बैठीं थी. तभी उन लड़कों में से एक ने गांगुली की तरफ से बियर का कैन फ़ेका. सिद्धू को इस पर गुस्सा आया और वो उस लड़के के तरफ़ बढ़े. ये देख कर गांगुली भी उनकी तरफ़ बढ़े. 

गांगुली ने उस लड़के को धक्का दिया, वो लड़का ज़मीन पर गिरा और उठते ही उनके सिर पर बंदूक रख दी. लड़के की एक दोस्त ने जल्दी से उस लड़के को वहां से हटाया और उसे बाहर ले गई. गांगुली आज भी वो वाक्या सोच कर डर जाते हैं. उन्हें लगा था कि उनका करियर और लाइफ़ एक साथ चली जाती, अगर वो लड़की नहीं आती.

पता नहीं ऐसे और कितने वाक्ये हैं, जिनसे हम सब अंजान हैं. अगर आपके पास भी ऐसी ही कोई अनसुनी कहानी हो, तो हमें Comment Box में लिख कर ज़रूर बताएं.

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