पाकिस्तानी
आर्टिस्ट्स को उनके मुल्क भेजने के लिए फड़फड़ा रहे लोगों के लिए एक ऑफर
है. अपने फेफड़ों में जितनी हवा भर सकते हैं, भर लें, क्योंकि एक सांस में
बलभर गालियां देने का मौका फिर आ गया है. राधिका आप्टे को जानते हो न? कमाल
की एक्टर हैं. अपने बोल्ड रोल्स के लिए जानी जाती हैं. शॉर्ट फिल्म
‘अहिल्या’ में तो उन्हें देखकर जनता एकदम हरहरा गई थी. अब राधिका ने कुछ
कहा है. हो सकता है कि इसे जानकर ज्यादातर लोगों के कानों से खून आ जाए.
मुंबई के एक इवेंट में राधिका से पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स पर सवाल किया गया. राधिका ने जवाब दिया, ‘कश्मीर में जो हुआ वो डरावना है, लेकिन इसका असर दूसरी चीजों पर (पाक कलाकारों को भारत में काम करने देना) नहीं पड़ना चाहिए. मैं समझती हूं कि कला में हमें जोड़ने की ताकत होती है. हमें टैलेंट को बढ़ावा देना चाहिए.’
राधिका ने वही बात कही, जो पिछले कई दिनों
से हर स्वस्थ दिमाग वाला भारतीय कह रहा है, लेकिन बदले में उसे ‘गद्दार’
और ‘देशद्रोही’ के तमगे और गालियों के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है. सलमान खान
से लेकर महेश भट्ट, करण जौहर और ओम पुरी जैसे कलाकार कुछ ‘देशभक्तों’ की
फूहड़ता का शिकार बन चुके हैं.
वैसे पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने की मांग करने वाले अगर राधिका की फिल्म बैन करना चाहते हैं तो ठहरिए. इंतजार कीजिए. क्योंकि राधिका की एक फिल्म ‘पार्च्ड’ ऑलरेडी रिलीज हो चुकी है. और हाल फिलहाल राधिका की कोई नई फिल्म नहीं आ रही है. वैसे ये बात सुनकर कोई बिदक जाए और ‘पार्च्ड’ के पोस्टर जलाने लगे तो बात अलग है.
वैसे मौका भी था और दस्तूर भी. तो राधिका
ने तनिष्ठा वाली बात भी उठा ली. एक्ट्रेस तनिष्ठा मुखर्जी अपनी फिल्म का
प्रमोशन करने ‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’ में गई थीं, जहां उनके रंग का खूब मजाक
उड़ाया गया था. राधिका ने कहा कि किसी के रंग या शरीर का मजाक नहीं उड़ाया
जाना चाहिए. वैसे इस समय राधिका को तनिष्ठा की नहीं, अपनी चिंता करनी
चाहिए. अंधी देशभक्ति रंग, शरीर, जमात या पेशा नहीं देखती, बेवजह और कुतर्क
कर लाठी मारने दौड़ने लगती है.
सोर्स:लल्लनटॉप
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