कहते हैं भक्ति में बड़ी शक्ति होती है फिर भगवान से मिलने के लिए भक्त को मीलों दूर का सफर क्यों ना तय ना करना पड़े. भक्ति और आस्था का सैलाब वैसे तो देव भूमि के द्वार हरिद्वार में चल रहे कांवड़ मेले में आये दिन देखने को मिल रहा है.शिव की कावंड़ लेकर भक्त दिल्ली उत्तरप्रदेश हरियाणा से पहुच रहे हैं.
लेकिन सोमवार को हरिद्वार में आस्था का एक अनोखा रंग देखने को मिला, जंहा एक दो नहीं पूरे 150 कांवड़िया पाकिस्तान से आए हैं बच्चे बूढ़े महिला हर कोई भक्ति में सराबोर हो कर हरिद्वार के गंगा घाट से जल लेकर शिवालय मे पहुंचे.पाकिस्तान से आए इन भक्तो को देखने के लिए हरिद्वार में लोगो का हजूम उमड़ पड़ा.
हरिद्वार में चल रहे कावड़ में सोमवार का दिन काफी खास रहा. सोमवार को जब भगवान् शिव के मंदिरों और गंगा घाटों पर भक्तो की भीड़ थी उसी भीड़ में आज 150 लोग भगवान् शिव की आराधना के लिए पाकिस्तान से आए थे. पाकिस्तान से आए ये हिन्दू परिवारो ने हरिद्वार और उत्तराखंड आने के लिए काफी समय से आवेदन किया हुआ था, लेकिन किसी ना किसी कारण हर बार ये लोग नहीं आ पाते थे. लेकिन जैसे ही सभी को भारत आने की अनुमति मिली वैसे ही ये लोग भगवन की भक्ति के लिए निकल गए.
भारत आकर इस जत्थे का मुख्य उद्देश्य यही है कि वो हरिद्वार में भगवान् शिव की कावंड़ चढ़ाएगा और ऐसा इन्होंने किया भी. सोमवार सुबह ये हरिद्वार आए उसके बाद गंगा स्नान किया और फिर भगवान का जल लेकर हरिद्वार में ही भगवान् शिव की कावंड़ को चढ़ाया. अब ये लोग 27 जुलाई को चारधाम यात्रा पर निकलेंगे. भारत सरकार ने भी इनको यात्राओं को लेकर राज्य से बात की है कि उनकी यात्रा में विशेष व्यवस्था रखी जाए. ये पाकिस्तान से एक महीने के लिए आए है ये कावड़िए लाहौर कराची और अन्य प्रदेशों से आए हैं.
ऐसा पहला मौका है जब हरिद्वार में इतनी बड़ी संख्या में शिव भक्त पाकिस्तान से आए है इस लिए इस ऐतिहासिक शिव भक्तों के जत्थे की सुरक्षा भी खास की हुई है. इनके साथ राज्य पुलिस के जवान हमेशा साथ चल रहे है. पाकिस्तान से यहां आकर ये लोग मानते है कि उन्हें यहां आकर जरा भी नहीं लग रहा है कि वो किसी और प्रान्त में है. बल्कि वो इसे भी अपना घर ही मानते है. हलाकि इनमे से कुछ लोग ऐसे भी है जो हर साल भारत आकर चारधाम यात्रा करते है.
सोर्स:प्रदेश 18
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