
1. फिल्म का नाम ‘ट्यूबलाइट’ किसी मिशन या व्यक्ति का नाम या कोई कोड नेम लगता है. सलमान ख़ान एक सैनिक की भूमिका निभा रहे हैं. उनके पात्र का नाम लक्ष्मण बताया जा रहा है.
2. चूंकि इसी नाम वाली फिल्म 2014-15 में कन्नड़ भाषा में बन चुकी है इसलिए निर्देशक कबीर खान ने कन्नड़ ट्यूबलाइट के निर्माताओं से नाम इस्तेमाल करने की अनुमति ली जो उन्होंने सहर्ष दी.
कन्नड़ ट्यूबलाइट की कहानी का सलमान स्टारर की कहानी से कोई लेना देना नहीं. सिर्फ एकमात्र समानता यह है कि दोनों फिल्मों की शूटिंग लद्दाख में हुई है. वो फिल्म कुछ फनी युवाओं के बारे में है जो बाइक पर एडवेंचर ट्रिप के लिए निकले हैं.
3. पहले फिल्म अन्य कारणों से चर्चा में थी लेकिन अब सबसे बड़ी सुर्खी ये है कि इसमें शाहरुख ख़ान भी एक्टिंग कर रहे हैं. उनका लुक भी सामने आ चुका है जिसमें उनके चेहरे पर टैटू बना है. उनके किरदार का नाम गोगो पाशा बताया जाता है. सलमान और शाहरुख ने 1995 में फिल्म ‘करण अर्जुन’ में साथ काम किया था.
हाल के वर्षों में दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई थी. कटरीना कैफ की बर्थडे पार्टी में कथित तौर पर शाहरुख ने कुछ एेसा मज़ाक कर दिया कि सलमान चिढ़ गए. तब से दोनों की कट्टी थी. फिर हाल ही में दोनों की दोस्ती हो गई जो ‘ट्यूबलाइट’ से परवान चढ़ेगी. सलमान-शाहरुख दस साल बाद किसी फिल्म में साथ नजर आएंगे.
पिछली बार वो 2007 में आई फराह खान की फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के गाने ‘दीवानगी दीवानगी’ में साथ नाचते दिखे थे. डायरेक्टर कबीर खान ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने शाहरुख के साथ अपनी फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, “कॉलेज में मुझे नोट्स देने के बाद अब मेरी फिल्म ट्यूबलाइट में सलमान खान के साथ कैमियो करने के लिए थैंक्स शाहरुख.”
4. कबीर खान की फिल्म की कहानी 1962 के भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी है. ये कोई गहन वॉर ड्रामा नहीं है. इसमें एक मानवीय कहानी और लव स्टोरी का एंगल प्रमुख है.
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जूजू और सलमान लद्दाख में.
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5. फिल्म में सलमान की हीरोइन चाइनीज़ हैं. उनका नाम है जू जू. कबीर खान ने चीन और अमेरिका में ऑडिशन रखे थे और ऑडिशन के बाद ही उन्हें चुना गया. जू जू ने अब तक चार विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट किए हैं. 2012 में हॉलीवुड एक्टर टॉम हैंक्स के साथ फिल्म क्लाउड एटलस में वे थीं.
उसी साल रसेल क्रो के साथ उनकी फिल्म द मैन विद द आयरन फिस्ट्स भी प्रदर्शित हुई. फिल्म कंग फू पांडा-3 में वाइपर की आवाज उन्हीं की थी. नेटफ्लिक्स की मशहूर सीरीज मार्को पोलो में भी जू जू ने काम किया है जिसका दूसरा सीज़न जुलाई 2016 में प्रसारित हुआ. वे पिछले साल अगस्त के शुरू में मुंबई पहुंचीं. उन्होंने हिंदी सीखनी भी शुरू की.
6. लद्दाख में 28 जुलाई को ट्यूबलाइट का पहला शेड्यूल शुरू हुआ जो 13 अगस्त को पूरा हो गया. इसमें 200 लोगों के क्रू ने हिस्सा लिया. सलमान और जू जू ने पांच छह दिन अपने दृश्य फिल्माए. नवंबर 2016 में फिल्म का आखिरी शेड्यूल शुरू हुआ था.

7. ट्यूबलाइट की कहानी कबीर खान ने नीलेश मिसरा के साथ मिलकर लिखी है. इससे पहले उन्हीं की फिल्म एक था टाइगर का स्क्रीनप्ले भी नीलेश ने लिखा था. कंटेंट के लिहाज से इस फिल्म को एक था टाइगर-2 भी कह सकते हैं. बस कहानी अलग है. पैकेजिंग वैसे ही रह सकती है. ट्यूबलाइट 2017 में ईद पर रिलीज होगी.
8. कबीर खान भारत और चीन की सरकारों के बीच आपसी फिल्म सह-निर्माण को लेकर हुए करार के तहत एक फिल्म का निर्देशन भी कर रहे हैं और वो ये फिल्म नहीं है. उसका नाम है द ज़ूकीपर. ये एक चिड़ियाघर चलाने वाले आदमी की कहानी होगी जो अपने ज़ू को बचाने के लिए एक पांडा लाने चीन की यात्रा करता है. उसमें हीरो अभी तय नहीं हुआ है.
9. ये ओम पुरी की आखिरी फिल्मों में से एक है. इस साल 6 जनवरी को उनका निधन हो गया था. फिल्म में सलमान के भाई सोहैल खान, मोहम्मद जीशान अयूब (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स), यशपाल शर्मा और शत्रुघ्न सिन्हा भी बताए जाते हैं.
10. इस साल 25 जून को रिलीज के लिए प्रस्तावित ‘ट्यूबलाइट’ को लेकर अटकल है कि ये हॉलीवुड फिल्म ‘लिटिल बॉय’ से प्रेरित है जो 2015 में रिलीज हुई. ये एक छोटे बच्चे और उसके पिता के मानवीय रिश्ते पर आधारित वॉर मूवी थी.
वहीं ‘ट्यूबलाइट’ भी एक पिता और उसके दो बेटों के बारे में हो सकती है. पिता के रोल में ओम पुरी और बेटों के रोल में सलमान-सोहैल. दोनों फिल्मों के नाम भी दो समान रूपकों वाले लगते हैं. लिटिल बॉय जहां फिल्म में एक बच्चे के लिए यूज़ होता है, वहीं एक बम का नाम भी होता है. एेसा ही ‘ट्यूबलाइट’ के साथ भी लगता है जो सलमान के पात्र का और एक मिशन का नाम हो सकता है.
फिल्म के सेट से कुछ झलकियांः




सोर्स:लल्लनटॉप
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