loading...




एक कहानी तो आपने सुनी ही होगी कि किसी गांव में एक डरपोक इंसान ने रात में शेर को गधा समझ कर अपने खूंटे से बांध दिया. जब गांव वालों ने देखा, तो उन्हें हैरानी हुई. वो उस शख़्स से डर कर रहने लगे. कुछ इसी तरह का मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है. 80 साल की वृद्धा रात में अजगर के ऊपर सिर रखकर रात-भर तकिया समझ कर सोती रही. है न Interesting न्यूज़!


रोज़ की तरह मध्य प्रदेश के मेहगांव की रहने वाली लक्ष्मी सो रही थी. रात होने के कारण उन्हें कुछ दिख नहीं रहा था, इस वजह से वे कमरे में कुंडली बनाकर बैठे अजगर के ऊपर सिर रखकर रातभर सोती रही.


सो कर उठने के बाद लक्ष्मी ने परिजनों से शिकायत की कि वो सही से नहीं सो पाई. तभी घर के लोगों ने कमरे में खोजबीन की, तो सोफे के नीचे 2 फीट लंबा अजगर मिला. जिसे भिंड और मेहगांव से पहुंची फॉरेस्ट विभाग की टीम ने पकड़कर जंगल में छोड़ा है.

सिराहना समझाकर सोती रही वृद्धा:

मौ रोड पर काली माता मंदिर के पास नरेश कुमार ओझा का मकान है। बुधवार की रात घर की बैठक में श्री ओझा की मां लक्ष्मी पत्नी रामसिंह ओझा जमीन पर सो रही थीं। तभी बैठक में अजगर सर्प कहीं से आकर बुजुर्ग के सिराहने बैठ गया। वृद्धा रातभर उसे सिराहना समझकर उस पर सिर रखकर सोती रही।

हालांकि गनीमत यह रही कि अजगर ने वृद्धा को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई। सुबह 6 बजे जब घर के लोगों ने बैठक में सर्प देखा तो फॉरेस्ट विभाग की टीम को सूचना दी गई। टीम में आए रामहेत पाल, वनपाल मनोज भदौरिया और लालू सिंह भदौरिया ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर सर्प को डिब्बे में बंद कर लिया।

आंखों से कम दिखाई देता

नरेश कुमार ओझा की मां लक्ष्मी की उम्र तकरीबन 80 के आसपास है। सुबह अजगर को पकड़ने पहुंची फॉरेस्ट विभाग की टीम के लक्ष्मी ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि वह रातभर अजगर के ऊपर सिर रखकर सो रही थीं।

उन्होंने बताया कि इस दौरान अजगर सिर से फिसलता रहा जिसकी वजह से उन्हें लगा कि तकिया ठीक नहीं है। बुजुर्ग महिला के बेटे नरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने सौफा हटाकर देखा तो बैठक में अजगर कुंडली बनाकर बैठा था।

सबसे अच्छी बात ये रही है कि अजगर ने वृद्धा को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया. इसे कहते हैं अजगर की सवारी, किस्मत वालों को ही मिलती है.





loading...

एक टिप्पणी भेजें

योगदान देने वाला व्यक्ति

Blogger द्वारा संचालित.