कप्तान विराट कोहली के सामने आज मेहमान टीम के खिलाफ होने वाले दूसरे ट्वेंटी-20 में हर हालत में जीत हासिल कर सीरीज को बचाने की चुनौती होगी। टीम इंडिया पहला मैच गंवाने के बाद तीन ट्वेंटी-20 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ी हुई है।
अगर सीरीज तीन मैचों की हो तो पहला मुकाबला हारने वाली टीम के लिए चुनौती और कड़ी हो जाती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
टीम इंडिया में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है और ऐसे में टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
टीम को अपने स्टार बल्लेबाज विराट पर निर्भरता भी कम करनी होगी। विराट ने पहले मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाया। उन्हें अपने विकेट की कीमत समझनी होगी।
नागपुर के इस ग्राउंड में भारत का नहीं है अच्छा रिकॉर्ड
अगर बात नागपुर के इस ग्राउंड की करें तो इस ग्राउंड में भारत के प्रदर्शन का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। भारत ने नागपुर के इस ग्राउंड पर अबतक दो मैच खेले हैं और दोनों में ही उसे हार मिली है। दिसंबर 2009 में श्रीलंका ने भारत को 29 रन से हराया था, तो वहीं मार्च 2016 में न्यूजीलैंड ने 47 रन से भारत को हराया था। भारत ने इस मैदान पर पिछले साल 15 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप का अहम मैच खेला था।
वीसीए स्टेडियम पर महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में भारत को टी20 विश्व कप लीग चरण में न्यूजीलैंड से पराजय का सामना करना पड़ा था।
नागपुर के इस ग्राउंड पर अबतक कुल 10 टी-20 मैच हुए हैं, जिसमें से 7 मैचों में पहले खेलने वाली टीम की जीत हुई है।
टीम में हो सकते हैं ये बदलाव
भारतीय टीम के पास बदलाव के विकल्प है और युवा ऋषभ पंत को टीम में उतारा जा सकता है जिसने मुंबई में अभ्यास मैच में 50 रन बनाये थे। भुवनेश्वर कुमार कानपुर में रिजर्व बेंच पर थे लेकिन उन्हें जसप्रीत बुमराह की जगह शामिल किया जा सकता है । बुमरा कानपुर मैच में अच्छे यॉर्कर नहीं डाल सके थे जो उनकी खूबी है। अनुभवी आशीष नेहरा ने ऑपरेशन के बाद टीम में वापसी की है । अभ्यास मैच में तीन ओवरों में उन्होंने 31 रन दिये।
अगर सीरीज तीन मैचों की हो तो पहला मुकाबला हारने वाली टीम के लिए चुनौती और कड़ी हो जाती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
टीम इंडिया में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है और ऐसे में टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
टीम को अपने स्टार बल्लेबाज विराट पर निर्भरता भी कम करनी होगी। विराट ने पहले मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाया। उन्हें अपने विकेट की कीमत समझनी होगी।
नागपुर के इस ग्राउंड में भारत का नहीं है अच्छा रिकॉर्ड
अगर बात नागपुर के इस ग्राउंड की करें तो इस ग्राउंड में भारत के प्रदर्शन का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। भारत ने नागपुर के इस ग्राउंड पर अबतक दो मैच खेले हैं और दोनों में ही उसे हार मिली है। दिसंबर 2009 में श्रीलंका ने भारत को 29 रन से हराया था, तो वहीं मार्च 2016 में न्यूजीलैंड ने 47 रन से भारत को हराया था। भारत ने इस मैदान पर पिछले साल 15 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप का अहम मैच खेला था।
वीसीए स्टेडियम पर महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में भारत को टी20 विश्व कप लीग चरण में न्यूजीलैंड से पराजय का सामना करना पड़ा था।
नागपुर के इस ग्राउंड पर अबतक कुल 10 टी-20 मैच हुए हैं, जिसमें से 7 मैचों में पहले खेलने वाली टीम की जीत हुई है।
टीम में हो सकते हैं ये बदलाव
भारतीय टीम के पास बदलाव के विकल्प है और युवा ऋषभ पंत को टीम में उतारा जा सकता है जिसने मुंबई में अभ्यास मैच में 50 रन बनाये थे। भुवनेश्वर कुमार कानपुर में रिजर्व बेंच पर थे लेकिन उन्हें जसप्रीत बुमराह की जगह शामिल किया जा सकता है । बुमरा कानपुर मैच में अच्छे यॉर्कर नहीं डाल सके थे जो उनकी खूबी है। अनुभवी आशीष नेहरा ने ऑपरेशन के बाद टीम में वापसी की है । अभ्यास मैच में तीन ओवरों में उन्होंने 31 रन दिये।
युवराज, धौनी और पांड्या से उम्मीद
टीम में युवराज वापसी के बाद बेहतरीन लय में हैं। वह पुराने अंदाज में गेंदों पर प्रहार कर रहे हैं। सुरेश रैना की वापसी को भी संतोषजनक कहा जा सकता है। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी सदाबहार हैं जबकि निचले क्रम में हार्दिक पांड्या उपयोगी पारियां खेलते हुए खुद को ऑलराउंडर के रूप में विकसित कर रहे हैं।
भारतीय बल्लेबाजों के सामने बेहतर प्रदर्शन की चुनौती
अगर पिछले मैच में नजर डालें तो भारतीय बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही विश्वास की कमी नजर आयी। मेहमान बल्लेबाज जहां कमजोर गेंदों पर आसानी से रन बना रहे थे वहीं भारतीय बल्लेबाजों का अपने खेल पर कोई नियंत्रण नहीं दिख रहा था। भारतीय ओपनरों को भी अपनी भूमिका समझनी होगी।
लोकेश राहुल को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा ताकि टीम को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। उन्हें कमजोर गेंदों का इंतजार करना चाहिए और स्ट्राइक रोटेड करने पर भरोसा जताना चाहिए। लंबे समय बाद वापसी कर रहे रैना ने कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुए फॉर्म में होने के संकेत दिये। उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना होगा।
परवेज रसूल और युजवेन्द्र चहल के सामने खुद को साबित करने की चुनौती
पहले ट्वेंटी-20 से पदार्पण कर रहे परवेज रसूल ने भी खासा निराश किया। हालांकि युवा युजवेन्द्र चहल ने अपने खेल से जरूर प्रभावित किया। अनुभवी अश्विन और जडेजा की अनुपस्थिति में इन दोनों खिलाड़ियों के पास शानदार मौका है कि वे यहां बेहतरीन प्रदर्शन कर अपना स्थान सुरक्षित करें।
गेंदबाजी में वनडे सीरीज में भारत की 2-1 से जीत में प्रभावित करने वाले ऑलराउंडर पांड्या और बुमराह के प्रदर्शन को खराब तो नहीं कहा जा सकता लेकिन उन्हें विकेट निकालने वाली गेंदें डालनी होंगी।
अनुभवी आशीष नेहरा पहले मैच में जरूर कुछ मंहगे साबित हुए लेकिन वह कभी भी वापसी करने में सक्षम हैं और उनकी मौजूदगी मनोबल बढ़ाने वाली रहेगी। कामचलाऊ गेंदबाज के रूप में रैना हमेशा से हिट रहे हैं और कप्तान विराट को उनका पूरा उपयोग करना होगा।
मोर्गन और स्टोक्स से रहना होगा सावधान
दूसरी तरफ मेहमान इंग्लिश टीम के लिए पिछली दोनों सीरीज गंवाने के बाद ट्वेंटी-20 सीरीज में जीत के साथ शुरुआत करना निश्चित रूप से मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने वाला रहा।
हालांकि टीम के खिलाड़ियों की चोटों ने भी उसकी मुसीबत बढ़ा भी दी है। ओपनर एलेक्स हेल्स चोट के चलते सीरीज से बाहर हो गए है वहीं लेफ्टआर्म स्पिनर डेविड विली को कंधे में चोट है।
भारतीय गेंदबाजों को मेहमान कप्तान इयोन मोर्गन, जेसन रॉय, जो रूट, मोइन अली से जहां सावधान रहने की जरूरत है वहीं मैच अपने कब्जे में करने के लिए इनके विकेट जल्द निकालने की कोशिश करनी होगी।
मोर्गन ने पिछले मैच में कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार अर्धशतक जड़ा था। मेहमान गेंदबाज भी शानदार लय में हैं और गेंदबाज क्रिस जॉर्डन और टाइमल मिल्स अहम रहेंगे। टीम इंडिया को ऑलराउंडर बेन स्टोक्स से भी अतरिक्त रूप से सावधान रहना होगा।
टीम इस प्रकार है-
भारत-
विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, सुरेश रैना, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धौनी, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, परवेज रसूल, आशीष नेहरा, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मनदीप सिंह, ऋषभ पंत, भुवनेश्वर पंत, अमित मिश्रा।
इंग्लैंड-
इयोन मोर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, सैम बिलिंग्स, जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, मोईन अली, क्रिस जॉर्डन, लियाम प्लंकेट, आदिल रशीद, टी मिल्स, जोनाथन बेयरस्टॉ, जैक बॉल, लियाम डॉसन, डेविड विले।
सोर्स:लाइव हिंदुस्तान
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