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पीटीआई-भाषा 



देहरादून, दो जुलाई :भाषा: उत्तराखंड में दो और शवों के मिलने के साथ ही राज्य में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या आज बढ़कर 14 पहुंच गई जबकि राज्यभर की करीब दस नदियां और छोटी नदियां उफान पर हैं और भूस्खलन की वजह से कई मार्गों पर यातायात बाधित हुआ है।

पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में कल बादल फटने की घटना के बाद से 15 लोग अब भी लापता हैं और इससे मरने वालों की संख्या में और बढ़ोतरी का अंदेशा है।

यहां मौसम विभाग ने राज्य के अलग अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चमपावत जिलों में। उत्तराखंड के लिए अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। यह राज्य तीन साल पहले आई बाढ़ से तबाह हो गया था जिसमें 6000 लोग मारे गए थे।

अतिरिक्त सचिव, सी रविशंकर ने पीटीआई भाषा को बताया कि पिथौरागढ़ जिले से कल रात नौ शव बरामद किए गए थे, जबकि दो और शव आज सुबह मलबे में से निकाले गए हैं।

उन्होंने कहा कि इससे पहले तीन शव चमोली से बरामद किए गए थे। छह लोग अब भी लापता है और उनके बचने की उम्मीद कम है।

छह व्यक्ति पहाड़ से आकर गिरे मलबे में डब गए थे। इसमें कई घर तबाह हो गए।

रविशंकर ने बताया कि दो जिलों से कुल 15 लोग लापता है। उन्होंने मलबे में से और शव निकल सकते हैं।
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