इस साल हनुमान जी का जन्मदिन भी धनतेरस के दिन ही मनाया जाएगा क्योंकि वायु पुराण और अगस्त्य संहिता में उल्लेख मिलता है कि भगवान शिव के अवतार हनुमान जी का जन्म कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी मंगलवार के दिन स्वाति नक्षत्र में मेष लग्न में मध्य रात्रि के समय हुआ था। इसलिए मध्यरात्रि में में जब कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी होती है तभी हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।
शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि हनुमान जी के जन्मदिन के अवसर पर रात्रि के समय हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इससे हनुमान जी की बड़ी कृपा प्राप्त होती है। वैसे चतुर्दशी तिथि शनिवार 29 अक्तूबर को भी है इसलिए हनुमान जी के भक्त इस नरक चतुर्दशी के दिन चुटकी पर सिंदूर से चाहें तो अपनी किस्मत चमका सकते हैं।
घी में चुटकी भर सिंदूर मिलकार हनुमान जी को लेप लगाएं। इससे हनुमान जी अति प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त को भय एवं बाधाओं से निकाल देते हैं
चुटकी भर सिंदूर को घी में मिलाकर एक कागज पर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं और हनुमान जी हृदय से लगाकर उसे अपनी तिजोरी या अलमारी में रखें। अनावश्यक व्यय में कमी आएगी और धन की वृद्धि होगी।
जिन कन्याओं के विवाह में बाधा आ रही है उन्हें चुटकी भर सिंदूर ले जाकर हनुमान जी के चरणों में रख दें और शीघ्र विवाह के लिए हनुमान से प्रार्थना करें। इसके बाद सिंदूर का टीका अपनी मांग में लगाएं जल्दी विवाह के योग बनेंगे।
सरसो तेल में सिंदूर मिलाकर पहले हनुमान जी को लगाएं फिर घर के मुख्य द्वार से लेकर सभी कमरों के दरवाजों पर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होगा और धन दौलत में बरकत होगी।
सोर्स:अमरउजाला
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