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कितना आईफोन चाहिए. सौ कर दूं? सवा सौ? ढाई सौ? लो पूरे नौ सौ चौरासी मोबाइल सॉरी आईफोन, वो भी 5s. वो भी सील बंद. भलभलाइए नहीं. कोई ऑफर नहीं है. न ये ‘इन युवकों ने ऐसा कारनामा किया कि मोहल्ले में नाथू की दुकान में मिठाई कम पड़ गई’ वाली न्यूज है. चोट्टे हैं. मोबाइल चुरा लिए. चोरा का, लिए लूट लिए.
अब सुनो असल बात क्या है. मेहताब और अरमान नाम के दो लड़के. दिल्ली के. स्टार्टअप इंडिया इन तक न पहुंचा तो इन्होंने अपने तरीके से पैसा कमाना तय किया. तरीका ये कि आईफोन का पूरा कनसाइनमेंट लूट लिया.
जब हम कहते हैं पूरा मतलब सच में पूरा. ट्रक होता है न वो लूट लिए. ड्राइवर की आंख में मिर्ची डालकर. अब सत्यकथा जैसे पढ़ना. ये नकाबपोश थे. आईफोन का स्टॉक कार्गो से बीटल के अधिकृत डीलर को सप्लाई के लिए जा रहा था. जैसे ही ट्रक निकला. इनने ड्राइवर पर मिर्ची डाली और ट्रक को कब्जिया लिया. उसका सामान पलटी किया अपनी ईको वैन में.
इसी बेचारे ड्राइवर की आंख में मिर्ची डालकर ट्रक लूटा गया
हमारे यहां कहावत चलती है, चोर के जी कितना. नई कहावत सुनो, चोर की गाड़ी के भी जी कितना? वैन में 984 मोबाइल रखते ही बूड़ा आ गया. रखने को जगह न बची. बचा हुआ माल ड्राइवर के पास छोड़े, आपो माल संभारो आपे. ट्रक छोड़ भग्गए.
पुलिस के पास गया ड्राइवर.
जानकारी दी घटना की.
पुलिस ने तलाशे सुराग.
जुटाए क्लू.
ढूंढें सबूत.
बीटल कंपनी से किया संपर्क.
बीटल ने दी जानकारी.
निकाला था कुछ ड्राइवरों को.
बीते दिनों कंपनी से.
थी उन्हें सारी जानकारी.
आता कब है माल.
पुलिस ने निकाले गए स्टाफ पर लगाया ध्यान.
मोबाइल की लोकेशन को जांचा वारदात की लोकेशन से.
मिली एक CCTV कैमरे की फुटेज.
नजर आई एक ईको.
हां हां एक ईको.
जा रही थी रंगपुरी पहाड़ी की ओर,
वहां जहां थी आबादी, थे लोग.
पुलिस ने की तफ़्तीश.
निकले ‘अरमान’.
अरमान के साथ मेहताब.
कविता नहीं अपराधी हैं ये.
अपराधियों के और थे साथी.
जिनको नहीं पा सकी पुलिस.
जैसे मैं नहीं पा पाया हूं.
सात में से एक भी आईफोन.
पुलिस ने जब्त कर लिए आईफोन.
ये मुमकिन नहीं था कि जब्त कर लिए जाएं पूरे 984 आईफोन.
क्योंकि उनके साथी लेकर भाग गए कुछ आईफोन.
फिर भी पुलिस खोज लाई, ढाई करोड़ के आईफोन.
फिर पुलिस ने ली चैन की सांस.














सोर्स:लल्लनटॉप 
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