कश्मीर घाटी में चौथे दिन यानी कि आज भी हिंसा और आगजनी का दौर कहीं-कहीं जारी है। इस हिंसा में मरने वालों की संख्या अब तक 32 के पार पहुंच गई है। 2010 के बाद यह पहली बार है जब इस तरह के गंभीर घरेलू तनाव को देखा जा रहा है। इस हिंसा में अब तक 800 के करीब लोग घायल हो चुके हैं जिनमें 100 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में बिगड़े हालात के चलते गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अमेरिका यात्रा सितंबर तक टाल दी गई है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रधानमंत्री से लेकर आतंकी आका तक हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत से सदमे में है। वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोशल मीडिया के जरिये कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई पर सवाल उठाया जिसके बाद अमेरिका ने कहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है।
आपको बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों के हुए संघर्षों में मरने वालों की संख्या बढकर 32 हो गई है जबकि श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों एवं पुलवामा जिले समेत घाटी के अनेक हिस्सों में कर्फ्यू आज भी जारी रहा।
एक पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि प्रदर्शनों के दौरान कल घायल हुए एक युवक ने यहां एक अस्पताल में दम तोड दिया। आदिल अहमद मट्टू बिजबेहरा में गोलीबारी की एक घटना में घायल हो गया था। उसकी यहां एसएमएचएस अस्पताल में कल देर रात मौत हो गई। वानी के मारे जाने के बाद हुए संघर्षों एवं आतंकवादी हमलों में 115 से अधिक सुरक्षाकर्मियों समेत 350 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घाटी में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
प्राधिकारियों ने वानी की हत्या के चौथे दिन और अधिक प्रदर्शनों से निपटने के लिए कमर कस ली है। पुलवामा के उपायुक्त मुनीरल इस्लाम ने कहा कि यदि आज का दिन शांतिपूर्वक निकल जाता है तो सरकार कल राशन की सभी दुकानें खोल देगी। उन्होंने कहा, ‘‘यदि हालात शांतिपूर्ण रहते हैं, तो हम सार्वजनिक अवकाश के बावजूद राशन की सभी दुकानों को कल खोलेंगे।
अधिकारी ने कहा कि प्राधिकारियों ने शहर एवं घाटी के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में प्रदर्शन रोकने के लिए सुरक्षा बलों की जमीन पर मौजूदगी मजबूत कर दी है।
सोर्स:इंडिया.कॉम
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