loading...

दुनिया भर में खौफ़ का आलम फैलाये रखने वाले ISIS को भी डर लगता है. ये डर किसी आर्मी या किसी देश की सरकार का नहीं है, न ही ये डर किसी अप्राकृतिक शक्तियों का है, ये डर है एक महिला का. 

घबराइए मत ये महिला कोई भूत-प्रेत या आत्मा नहीं है. ये महिला बहुत बहादुर है, जिसने ISIS से बदला लेने की ठान ली है. वहीदा मुहम्मद अल-जुमैली ने अपने बहुत करीबियों को इस आतंकी संगठन के खूनी हमले में खोया है. उनके दूसरे पति को भी इस साल की शुरुआत में मार दिया गया और वहीदा अपने पिता और तीन भाइयों को पहले ही खो चुकी हैं.
किसी ने कहा है कि नारी जब रूठ जाती है, तो विकराल हो जाती है. इसी बात का बदला लेने के लिए वहीदा ने अपने दुश्मनों को ढूंढ-ढूंढ कर मारना शुरू कर दिया. मोसुल से 50 मील दक्षिण की ओर एक जगह है, शिरक़त, जहां वहीदा रहती हैं. वहीदा 70 Tribal Militia Group को संचालित कर रही हैं. उनकी ये फौज सरकारी फौजों की ISIS के दमन में सहायता करती है. एक इंटरव्यू के दौरान वहीदा ने कहा कि 'मैं उनसे लड़ी, उनका सिर काटा, फिर उनके सिर को पकाया और उनके शरीर को जला दिया.'



अब वहीदा ISIS की हिट लिस्ट में सबसे टॉप पर हैं. उन पर छह बार हमले हो चुके हैं. उनको बड़े-बड़े नेताओं से भी धमकी मिल रही है. वहीदा का कहना है कि अब तक वो 18 लोगों को मार चुकी हैं, वो और उनकी टीम एक परिवार की तरह लड़ते हैं. वहीदा ने इससे पहले इराक़ के सुरक्षा दलों के साथ काम करना शुरू किया था, पर फिर 2004 में उन्होंने खुद ही लड़ना शुरू कर दिया. वहीदा को ISIS का सरगना अबू बकर अल-बगदादी से भी धमकी मिल चुकी है.

अब वीडियो में देखिये कैसे चलाती हैं वहीदा अपना ग्रुप:




पूरी दुनिया को दहशत में रखने वाले ISIS को सही सबक सिखाया है वहीदा ने. आप तब तक ही कमजोर हैं, जब तक आप खुद को सोचते हैं. अगर एक बार हिम्मत करके किसी से टकरा जाएं, तो दुनिया की कोई ताक़त आपको नहीं हरा सकती.






सोर्स:गज़ब पोस्ट 
loading...

एक टिप्पणी भेजें

योगदान देने वाला व्यक्ति

Blogger द्वारा संचालित.