
जब भी किसी रहस्यमयी जगह की बात होती है, तो बरमुडा का ज़िक्र होना लाज़िमी है। ये दुनिया का सबसे बड़ा रहस्य माना जाता है जिसे आज तक कोई भी सुलझा नहीं पाया है। न जाने कितने ही शिप और एयर प्लेन्स को ये दैत्य रूपी सागर अपने आप में समां चुका है। दैत्य रूपी हमने इसलिए कहा क्योंकि एक बार जो इसकी सीमा में प्रवेश कर जाता है, वो कभी लौट कर नहीं आता, लेकिन हाल ही में हुई घटना ने सबको हिला कर रख दिया, वो हो गया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। एक जहाज़ 90 साल बाद इस रहस्यमयी ट्रायएंगल से लौट आया। …आइए बताते हैं इस अनहोनी के बार में, लेकिन उससे पहले जानते हैं बरमुडा के बारे में
बरमुडा ट्रायएंगल
विमान और जहाज़ गायब होते रहते हैं
यह बरमुडा त्रिभुज , जिसे ‘शैतान के त्रिभुज’ के रूप में भी जाना जाता है , उत्तर पश्चिम अटलांटिक महासागर का एक क्षेत्र है जिसमें कुछ विमान और सतही जहाज़ (surface vessels) गायब होते रहते हैं। कुछ लोगों का दावा है कि ये गायब होने की बातें ‘मानव त्रुटि (human error)’ या ‘प्रकृति के कृत्यों (acts of nature)’ की सीमाओं के परे हैं। कुछ लोग इसे असामान्य (paranormal) की गतिविधियों से सम्बद्ध बताते हैं।SS Cotopaxi
हवाना में मिला ये जहाज़
क्यूबन ओथेरिटी ने इसे हवाना में 16 मई को मिलिट्री ज़ोन में पाया। उन्होंने कई बार इसके क्रू मेम्बर से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई …अब भला बात तो तब हो न जब कोई हो इस पर। फिर क्या, तीन पैट्रोलिंग बोट्स भेजी और इसकी जानकारी ली गई।90 साल बाद लौट आया जहाज़
क्यूबा के एक्सपर्ट Rodolfo Salvador Cruz ने कहा है कि ये लॉग-बुक ऑथेंटिक है। इस बुक में जहाज़ की सारी कहानी है, लेकिन 1 दिसम्बर 1925 को अचानक इसकी कहानी रूक जाती है।
32 क्रू मेम्बर लापता
काउंसिल ऑफ मिनिस्ट्री के वाइस प्रेसिडेंट Abelardo Colomé ने कहा है कि इसकी जांच की जा रही है और पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस जहाज़ के गायब होने और फिर मिल जाने के पीछे क्या रहस्य है।
लगता है अब बरमुडा ट्रायएंगल के रहस्य के खुलने का वक्त आ गया है…. देखते हैं क्या होता है
सोर्स:फिरकी.इन
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