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पूरी दुनिया में रियो ओलंपिक को लेकर उत्साह है। ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिये भारतीय हॉकी टीम रियो तो पहुंच गई लेकिन वहां वे किस हाल में है इस बारे में जानकार आप एक बार जरुर सोचने पर मजबूर हो जाएंगे।

भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख कोच रोलैंट ओल्टमैंस खेल गांव में सुविधाओं की कमी और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अधिकारियों की बेरुखी से खासे भड़के हुये हैं और उन्होंने हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरेन्द्र ध्रुव बत्रा को एक वीडियो के जरिये अपनी पीड़ा से अवगत कराया है।
ओल्टमैंस ने खेल गांव में हॉकी खिलाड़ियों के कमरे में फर्नीचर की कमी से अवगत कराने के 24 घंटे बाद कमरों में खिलाड़ियों के फर्श पर बैठने के लिये मजबूर होने का एक वीडियो भेजा है।

रोलैंट ने वीडियो के जरिये कहा है कि कमरे में फर्नीचर के नाम पर कुछ भी नहीं है जिससे खिलाड़ियों को फर्श पर बैठने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है जिससे उनके लिये पीठ की चोट का खतरा हो सकता है। इसके अलावा ओल्टमैंस ने देश के नाम पत्र भी लिखा है जिसका जवाब अभी तक नहीं दिया गया है।

‘‘मैं तीन टीवी सेट खरीदने की अनुमति लेना चाहूंगा ताकि स्टाफ सदस्यों के दोनों कमरों में टीवी लग सके। कम से कम पुरूष और महिला टीमों के स्टाफ सदस्यों के कमरों में, ताकि वे हाकी स्पर्धा देख सकें। ’’ उन्होंने लिखा, ‘‘मैंने कुछ कुर्सियां भी किराये पर लेने की कोशिश की लेकिन खेल गांव में अभी कुर्सियां उपलब्ध नहीं हैं। हमें सभी खिलाड़ियों के लिये सही फर्नीचर की जरूरत होगी। ‘बीन कुर्सियो’ं पर ज्यादा समय बिताने से खिलाड़ियों की पीठ चोटिल हो सकती है। कृप्या हमें हल ढूंढने में मदद कीजिये। ’’ रियो खेलों के आयोजकों को पहले ही आस्ट्रेलिया और कई अन्य टीमों से ओलंपिक गांव में सही तरह से कमरे तैयार नहीं करने की शिकायतों का सामना करना पड़ रहा है।






सोर्स:India_dot_com
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